– कई महीनों से वेतन नहीं मिलने के चलते जेई ने पंजाब सरकार के विरोध खोला मोर्चा
जीरकपुर, अखंड लोक, देव शर्मा
पंजाब सरकार द्वारा 2016 में शिक्षा विभाग में ठेके पर भर्ती किए गए जूनियर इंजीनियरों का तबादला जल सप्लाई एवं सीवरेज बोर्ड में करने के बाद अब विभाग जेई को समय पर वेतन नहीं दे रहा है। जिसके चलते जेई आज से तीन दिनों के लिए काम बंद कर हड़ताल पर बैठ गए है। जीरकपुर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में तैनात जेई भारत भूषण ने मांग की कि पंजाब सरकार या तो उनका अनुबंध बढ़ाए या उन्हें शिक्षा विभाग में वापस भेजे ताकि उन्हें समय पर वेतन मिल सके। उन्होंने कहा कि नियमित जेई भी उनकी हड़ताल में शामिल होंगे। इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए जीरकपुर में तैनात जेई भारत भूषण ने बताया कि उन्हें पंजाब सरकार ने वर्ष 2011 में शिक्षा विभाग में भर्ती किया था। इसके बाद 2016 में पंजाब सरकार ने उनका तबादला शिक्षा विभाग से जल सप्लाई एवं सीवरेज बोर्ड में कर दिया। जेई भारत भूषण 2019 से जीरकपुर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में सेवाएं दे रहे हैं लेकिन अभी तक समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। ऐसे में परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि विभाग के उच्च अधिकारियों को वेतन नहीं वेतन की समस्या से अवगत कराया था, लेकिन वे भी कोई सकारात्मक जवाब नहीं देते है। वो जेई ने भी तीन दिवसीय काम बंद कर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा विभाग से जल सप्लाई विभाग में भेजे गए इंजीनियरों को रेगुलर स्टाफ की तरह मेडिकल, पेट्रोल एवं अन्य भत्ते भी दिए जाएं। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग कि उनका अनुबंध बढ़ाया जाए या फिर उन्हें उनके मूल शिक्षा विभाग में वापस लिया जाएं। इस संबंध में पंजाब वाटर सप्लाई इंजीनियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरविंदर सिंह ने कहा कि उनकी यूनियन शिक्षा विभाग के जेई की हड़ताल का समर्थन करते हुए आज 17 दिसंबर से काम बंद कर हड़ताल में शामिल होंगे। शिक्षा विभाग से जलदाय विभाग में स्थानांतरित किए गए जेई की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएं। मामले को लेकर संपर्क करने पर एक्सियन जुगल किशोर ने कहा कि जेई के हड़ताल पर बैठने का मामला उच्च अधिकारियों के विचाराधीन है और उनके संबंध में कोई भी निर्णय सरकार के स्तर पर लिया जाना है।
