नए स्वास्थ्य संस्थान से लोगों को मिलेंगी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं
डेराबस्सी / अखंड लोक ब्यूरो
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने ‘तंदुरुस्त पंजाब’ मिशन की सफलता का जिक्र करते हुए आज कहा कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की राज्य सरकार की गारंटी सफलतापूर्वक पूरी की जा रही है, ताकि कोई भी पंजाबी इलाज से वंचित न रहे।
मुख्यमंत्री ने आज यहां श्री सुखमणि आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखने के बाद कहा कि स्वास्थ्य सेवा किसी भी समृद्ध समाज की रीढ़ होती है और राज्य सरकार इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि बेहतर चिकित्सा शिक्षा प्रणाली यह सुनिश्चित करती है कि हम न केवल कुशल डॉक्टर तैयार करें, बल्कि लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक मजबूत स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र भी तैयार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रही है ताकि हमारे बच्चे यहीं मेडिकल शिक्षा प्राप्त कर जनता की सेवा कर सकें।
स्वास्थ्य क्षेत्र का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब भर में 881 आम आदमी क्लीनिक स्थापित किए गए हैं, जिससे राज्य में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्रांति आई है।
डेराबस्सी में बनने वाले इस मेडिकल कॉलेज का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मोहाली जिले का दूसरा मेडिकल कॉलेज होगा, जबकि इससे पहले मोहाली में डॉ. बीआर अम्बेडकर राज्य आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना की गई है। मेडिकल कॉलेज की महत्ता का जिक्र करते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि आधारशिला रखकर हम सिर्फ इस भवन का निर्माण ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि ‘स्वस्थ पंजाब’ के लिए एक और मील का पत्थर भी स्थापित कर रहे हैं। इस चिकित्सा संस्थान की स्थापना से क्षेत्र के लोगों को जहां गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी, वहीं एमबीबीएस की भी पढ़ाई हो सकेगी। सीटें बढ़ने से हमारे बच्चे मेडिकल की शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
इस अवसर पर श्री सुखमनी संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम लम्हे-2025 में विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के समग्र व्यक्तित्व को निखारने के लिए युवा मेले एक मंच के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा, “युवा मेलों ने मुझे एक कलाकार और अब एक राजनेता के रूप में जीवन में ऊंचाइयां हासिल करने में मदद की है।” “युवाओं को अपने व्यक्तिगत विकास के लिए भी इन मंचों का उचित उपयोग करना चाहिए।”
अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने विभिन्न युवा मेलों में प्रदर्शन किया और कॉलेज के लिए ट्रॉफी जीतीं। भगवंत सिंह मान ने कहा, ‘‘जीतना मेरा एकमात्र जुनून है और मैंने जीत के लिए हमेशा सकारात्मक मानसिकता रखी है। नकारात्मक विचारों वाले लोगों की संगति से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, “युवाओं को कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ काम करने में विश्वास रखना चाहिए क्योंकि यही सफलता की कुंजी है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार हवाई अड्डों पर रनवे विमानों को उचित उड़ान भरने में मदद करते हैं, उसी प्रकार राज्य सरकार युवाओं को उनके सपने साकार करने में मदद कर रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं के विचारों को उड़ान देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने युवाओं से अपील की कि वे समाज में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए हर संभव प्रयास करें।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे अपनी जीत से ईर्ष्या न करें, बल्कि विनम्रता के साथ काम करें तथा अधिक सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण हर व्यक्ति के व्यक्तित्व का मूल गुण होना चाहिए लेकिन इसमें अहंकार नहीं होना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह हर क्षेत्र में सफलता की पटकथा लिखने की कुंजी है और इसे सही तरीके से लागू किया जाना चाहिए।
