– ईसापुर गाँव के कई लोग कैंसर से पीड़ित
– प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
डेराबस्सी / अखंड लोक (देव शर्मा)
पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा रासायनिक कारखानों के खिलाफ की गई कार्रवाई का कोई असर होता नहीं दिख रहा है। ताज़ा मामला डेराबस्सी के पास ईसापुर चौ का है, जहाँ एक बार फिर रसायन युक्त दूषित पानी छोड़ा गया है। इस घटना से इलाके के लोगों में भारी आक्रोश है, क्योंकि गाँव के कई लोग पहले से ही कैंसर जैसी लाइलाज बीमारियों से ग्रस्त हैं, जिसका मुख्य कारण इस जहरीले पानी को माना जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुबह ईसापुर गाँव के निवासियों ने देखा कि चौ से फिर से रसायन युक्त गंदा पानी बह रहा है। पानी का रंग बदल गया था और उसमें से तेज़ बदबू आ रही थी। ग्रामीणों का कहना है कि फैक्ट्रीयों के खिलाफ पहले भी कई बार शिकायत की जा चुकी है और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए कुछ कारखानों को सील भी किया था, लेकिन इसके बावजूद यह काम जारी है।
– प्रदूषण से गाँवों पर कहर
ईसापुर और आसपास के गाँव लंबे समय से इस रासायनिक प्रदूषण से जूझ रहे हैं। यहाँ के पेयजल स्रोत भी इस दूषित पानी से प्रभावित हो रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि रसायन युक्त पानी के कारण उनके खेतों की फसलें भी खराब हो रही हैं। सबसे चिंताजनक बात यह है कि कई परिवारों में कैंसर के मामले सामने आए हैं, जिसके लिए सीधे तौर पर फैक्ट्रीयों से होने वाले प्रदूषण को ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है।
– प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्रवाई पर उठे सवाल
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा की गई कार्रवाई के बावजूद प्रदूषण जारी है, जिससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि दोषी फैक्ट्रियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो। उन्होंने सरकार से समाधान करने और प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे संघर्ष तेज करने को मजबूर होंगे।
संपर्क करने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ विपिन जिंदल ने बताया कि उन्होंने पहले ही मौका देखकर संबंधित फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई की थी, अब वे दोबारा मौके पर जाकर उन फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिन्होंने बारिश और रात के अंधेरे में ईसापुर चौ में रसायन युक्त गंदा पानी छोड़ा।
